एशियाई बाजारों में स्थिरता के संकेत मिलने के बीच भारतीय शेयर बाजार मंगलवार (8 अप्रैल) को जोरदार तेजी के साथ खुले। हालांकि, वीकली एक्सपायरी के चलते दमदार शुरुआत के बाद बाजार में कुछ नरमी देखी है।

तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स आज के कारोबार में 900 से ज्यादा अंक चढ़कर 74,013.73 पर ओपन हुआ। शुरुआती कारोबार में यह 74,421.65 अंक तक चला गया था। सुबह 10:50 बजे सेंसेक्स 349.48 अंक या 0.48% की बढ़त लेकर 73,487.38 पर था।

इसी तरह एनएसई (NSE) का निफ्टी-50 (Nifty-50) भी आज मजबूती के साथ 22,446.75 अंक पर खुला। खुलते ही यह 22,577.55 अंक तक चला गया था। सुबह 10:50 बजे यह 127.15 अंक या 0.57% चढ़कर 22,288.75 पर था।

सोमवार को कैसी थी बाजार की चाल?

इससे पिछले ट्रेडिंग सेशन में घरेलू शेयर बाजार 4 जून, 2024 के बाद सबसे बड़ी गिरावट लेकर बंद हुआ। तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 2226.79 अंक या 2.95% की बड़ी गिरावट लेकर 73,137.90 पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई का निफ्टी-50 (Nifty-50) भी सोमवार को 742.85 अंक या 3.24% गिरकर 22,161.60 पर क्लोज हुआ।

अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प (Donald Trump) ने सोमवार को चीन पर दबाव बढ़ाते हुए ड्रैगन देश से रेसिप्रोकल टैरिफ वापस लेने के लिए कहा है। ताजा रिपोर्ट्स के अनुसार, चीन ट्रम्प की रणनीति के खिलाफ दृढ़ता से खड़ा रहने की योजना बना रहा है।

वैश्विक बाजारों से क्या संकेत?

अमेरिकी स्टॉक फ्यूचर्स में सोमवार को कुछ उछाल आया। जबकि S&P 500 और डॉव में गिरावट देखने को मिली। S&P 500 से जुड़े फ्यूचर्स में 0.9 प्रतिशत का उछाल आया। Nasdaq-100 फ्यूचर्स में करीब 1 प्रतिशत की बढ़ोतरी आई जबकि डॉव फ्यूचर्स में लगभग 1.2 प्रतिशत का उछल गया। इससे पहले डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 0.91 प्रतिशत गिरकर 37,965.60 पर बंद हुआ था, S&P 500 0.23 प्रतिशत घटकर 5,062.25 पर बंद हुआ था, जबकि नास्डैक कंपोजिट 0.10 प्रतिशत बढ़कर 15,603.26 पर बंद हुआ था।

एशिआई बाजारों में जापान का निक्केई 225 इंडेक्स में 6.31 प्रतिशत की बढ़त थी और टॉपिक्स 6.81 प्रतिशत चढ़ा। दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.35 प्रतिशत ऊपर था और स्मॉल-कैप कोसडैक 2.15 प्रतिशत बढ़ा। ऑस्ट्रेलिया का S&P/ASX 200 1.3 प्रतिशत बढ़ा। हांगकांग का हैंग सेंग 2 प्रतिशत के लाभ के साथ कारोबार कर रहा था, जबकि चीन का CSI 300 0.35 प्रतिशत ऊपर था।

आरबीआई के ब्याज दरों पर फैसले का इंतजार

वैश्विक बाजारों की चाल के अलावा निवेशक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की मौद्रिक नीति समिति की बैठक के फैसले का इंतजार कर रहे हैं, जो कल निर्धारित है। साथ ही भारतीय कंपनियों के चौथे तिमाही के नतीजे और इस सप्ताह आने वाले मैक्रोइकॉनॉमिक आंकड़ों पर भी निवेशकों का फोकस है।